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देशभर में कल मनाया जाएगा ‘करवा चौथ’ का त्योहार, कब दिखेगा आपके शहर में चांद

करवा चौथ का व्रत महिलायें अपनी पतियों के लंबी उम्र के लिए करती हैं। यह त्योहार हर साल मनाया जाता है। इस दिन महिलायें दिनभर बिना अन्न और जल के व्रत रखी हैं और शाम को छलनी से चांद को देखकर अपना व्रत खोलती हैं। इस दिन सुहागिनों को चांद के दीदार का बेसब्री से इंतजार रहता है।अगर हम बात करें करवा चौथ पूजा की मुहूर्त और चंद्रोदय के समय के बारे में तो इस बार करवा चौथ पूजा मुहूर्त – शाम 06:05 बजे से शाम 07:21 बजे तक है। तो वहीं, करवा चौथ व्रत का समय – सुबह 06:39 बजे से रात 08:59 बजे तक रहेगा। इसके अलावा चंद्रोदय का समय – रात्रि 08:59 बजे करवा चौथ के दिन विवाहित महिलाएं निर्जला उपवास रख पूजा करती हैं। महिलाएं छलनी से अपने पति का चेहरा देखकर व्रत खोलती हैं।करवा चौथ हर वर्ष कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अखंड सुहाग हेतु व्रत रखती हैं। आजकल कुंवारी लड़कियां भी शीघ्र विवाह हेतु करवा चौथ का व्रत रखती हैं। अगर आप भी भगवान शिव का आशीर्वाद पाना चाहती हैं, तो करवा चौथ के दिन पूजा के समय राशि अनुसार इन मंत्रों का जाप करें।इस वर्ष 1 नवंबर को करवा चौथ का त्योहार मनाया जा रहा है। इस दिन विवाहित महिलाएं करवा माता की विशेष पूजा-अर्चना करती हैं। साथ ही अखंड सुहाग हेतु करवा माता के निमित्त व्रत-उपवास रखती हैं। धार्मिक मान्यता है कि करवा चौथ का व्रत करने से विवाहित महिलाओं को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। ज्योतिषियों की मानें तो इस बार करवा चौथ पर दुर्लभ शिव योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में माता करवा की पूजा करने से व्रती को महादेव का आशीर्वाद प्राप्त होगा। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर शहर में नई रौनक है। महिलाएं मेंहदी लगा रही हैं। वहीं ब्यूटी पार्लर के बाहर भी महिलाओं की भीड़ है।करवा चौथ के दिन सुहागिनों को लाल, गुलाबी, पीला,हरा और महरून रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। पहली बार करवा चौथ व्रत रखने वाली स्त्रियों को लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।इतना ही नहीं पहली बार व्रत रखने वाली महिलाएं अगर शादी का जोड़ा पहनती हैं तो, इसे और उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी। करवा चौथ पर अलग-अलग शहरों में कब चांद दिखने वाला है। चांद निकलने का वक्त क्या रहेगा दिल्ली समेत शहरों का समय नीचे दिया जा रहा है- 

शहर का नाम चांद दिखने का समय 
नई दिल्ली8:15 
लखनऊ 8:05 
भोपाल 8:29 
पटना7:51 
चंडीगढ़ 8:10 
नोएडा8:14 
मुंबई 8:59 
गुरुग्राम8:16 
चेन्नई 8:43 
कोलकाता 7:46
पणजी 9:04
अलीगढ़ 8:13
पुणे 8:56
जयपुर 8:26
हिमाचल प्रदेश 8:07
आगरा 8:16
चेन्नई 8:43

इस त्यौहार के लिए केवल एक दिन ही रह गए हैं तो पर्व की तैयारियों को लेकर महिलाओं की खरीदारी तेज है। उनके द्वारा पूजा के लिए करवा, छलनी, दीया, फूलबत्ती व पूजा से जुड़ी अन्य सामग्री की खरीदारी हो रही है। ज्यादातर महिलाएं कथा की किताब और दीपों की भी खरीदारी कर रही हैं। इसके साथ ही श्रृंगार की वस्तुओं में कांच की लाल चूड़ियां, बिछिया, पायल, लाकेट व चूड़ा सहित विभिन्न प्रकार की करवे की थाली खरीदे जा रहे हैं।कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को बुधवार के दिन करवा चौथ मनाया जाएगा। इसको लेकर बाजार में तैयारियां शुरू हो गई हैं। पूजा-पाठ के समान और मेहंदी लगाने वालों की दुकान भी सजी हुई है।करवाचौथ पर खरीदारी को लेकर दिल्ली सहित देश भर के बाजारों में काफी रौनक दिखाई दे रही है। गहनों से लेकर कपड़े, मेकअप सामग्री, साड़ियां, पूजा कैलेंडर व पूजा सामग्री समेत अन्य की बिक्री हो रही है। कारोबार के जानकारों के अनुसार इस बार देशभर में करवा चौथ पर 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक के सामानों के बिक्री की उम्मीद है।जिस तरह से करवा चौथ बेहद खास है। ठीक इसी तरह से इस पर्व पर पूजा की विधि का भी अपना ही महत्व है। करवाचौथ पूजा का विधि के लिए अठवारी और हलवा बनाएं और पीली गौर बनाएं और उनके साथ गणेश भगवान को बिठाएं।सुहाग के सामान से गौरी का श्रृंगार करें। करवा में गेहूं, बताशे और मिठाई रखें और करवा पर स्वास्तिक बनाएं। इसके बाद गौरी-गणेश की परंपरानुसार पूजा करें। ध्यान लगाकर करवा चौथ की कथा सुनें।कथा सुनने के बाद करवा पर हाथ घुमाकर अपनी सासू मां के पैर छूकर आशीर्वाद लें और करवा उन्हें दे दें। वहीं, रात में चांद निकलने के बाद छलनी से चांद देखें, पूजा करें और चंद्र देवता को जल चढ़ाएं।काशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री प्रो. विनय पांडेय के अनुसार तिथि विशेष पर पूरे दिन उपवास रख कर रात्रि में सौभाग्य की अधिष्ठात्री देवी गौरी की ‘शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं सन्ततिं शुभाम्। प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे।।’ मंत्र से आराधना कर शिव परिवार की पूजा करनी चाहिए।

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