आपने अकसर तेंदुए की गांव के घरों में घुसने की खबर तो सुनी होगी, मगर इस बार राजधानी जयपुर के एक हेरिटेज होटल में गुरुवार सुबह कर्मचारियों के एक कमरे में तेंदुआ घुस गया. तेंदुए की होटल में घुसने की खबर सुनते ही पूरे होटल समेत आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया..हेरिटेज होटल में तेंदुए की घुसने की खबर सामने आने के बाद वन विभाग की टीम को बुलाया गया. जिसके बाद वन विभाग और स्थानीय चिड़ियाघर की टीम ने उसे बेहोश कर सुरक्षित होटल के बाहर निकाला. होटल के प्रवक्ता ने बताया कि तेंदुआ सुबह के समय होटल के प्रवेश द्वार से स्टाफ के कमरे जा घुसा था. जयपुर के हेरिटेज होटल कानोता कैसल में सुबह करीब 10:00 बजे तेंदुआ घुस गया. तेंदुए की घुसने की खबर मिलते ही होटल में मौजूद टूरिस्ट होटल छोड़कर बाहर भाग निकले. करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लेपर्ड को ट्रैंकुलाइज किया गया.उन्होंने कहा कि तेंदुआ डरा हुआ प्रतीत हो रहा था. मगर उससे भी ज्यादा होटल के अंदर और बाहर के लोग डरे हुए थे. सबसे बड़ी गनीमत यह रही कि उसने किसी पर हमला नहीं किया. प्रवक्ता के मुताबिक जिस कमरे में वह घुसा उस समय वहां कोई मौजूद नहीं था.वन विभाग के बस्सी रेंजर पृथ्वीराज मीणा ने बताया कि वयस्क नर तेंदुआ सुबह जंगल से घूमता हुआ होटल में घुस गया और कर्मचारियों के कमरे में पहुंच गया. उन्होंने बताया कि वन विभाग और जयपुर चिड़ियाघर की टीम ने उसे बेहोश कर सुरक्षित पकड़ लिया गया है. अब उसे प्राथमिक उपचार के बाद फिर से जंगल में छोड़ दिया जायेगा. होटल प्रशासन की ओर से वन विभाग को इस बारे में सूचित कर दिया गया है.जयपुर के हेरिटेज होटल कानोता कैसल में सुबह करीब 10:00 बजे तेंदुआ घुस गया. तेंदुए की घुसने की खबर मिलते ही होटल में मौजूद टूरिस्ट होटल छोड़कर बाहर भाग निकले. करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लेपर्ड को ट्रैंकुलाइज किया गया.उन्होंने कहा कि तेंदुआ डरा हुआ प्रतीत हो रहा था. मगर उससे भी ज्यादा होटल के अंदर और बाहर के लोग डरे हुए थे. सबसे बड़ी गनीमत यह रही कि उसने किसी पर हमला नहीं किया. प्रवक्ता के मुताबिक जिस कमरे में वह घुसा उस समय वहां कोई मौजूद नहीं था.वन विभाग के बस्सी रेंजर पृथ्वीराज मीणा ने बताया कि वयस्क नर तेंदुआ सुबह जंगल से घूमता हुआ होटल में घुस गया और कर्मचारियों के कमरे में पहुंच गया. उन्होंने बताया कि वन विभाग और जयपुर चिड़ियाघर की टीम ने उसे बेहोश कर सुरक्षित पकड़ लिया गया है. अब उसे प्राथमिक उपचार के बाद फिर से जंगल में छोड़ दिया जायेगा. होटल प्रशासन की ओर से वन विभाग को इस बारे में सूचित कर दिया गया है.