वैसे तो कोई भी बीमार होना पसंद नहीं करते हैं, लेकिन अपनी मेडिकल एक्सपेंस को कवर करने के लिए लोग हेल्थ इंश्योरेंस करना काफी पसंद करते हैं। देश में कई कंपनी हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा देती है। आप जब भी हेल्थ इंश्योरेंस लेते हैं तो आपको ध्यान रखने होगा कि आपको किसमें कवरेज मिल रहा है।कई हेल्थ पॉलिसी में सर्जरी, अस्पताल में भर्ती और कई मेडिकल एक्सपेंस को कवर करती है। वैसे आप अपने हिसाब से बीमा पॉलिसी में कवरेज को ऐड-ऑन करवा सकते हैं। आप ओपीडी (आउट पेशेंट विभाग) कवरेज को भी ऐड कर सकते हैं।ओपीडी कवरेज हेल्थ इंश्योरेंस में क्यों जरूरी है।ओपीडी कवरेज को भी आप हेल्थ इंश्योरेंस में ऐड करवा सकते हैं। यह अस्पताल में भर्ती होने से पहले के इलाज के खर्चों को कवर करती है। उदाहरण के तौर पर अगर आप खांसी या फिर माइग्रेन जैसी बीमारी के इलाज के लिए ओपीडी में इलाज करवाते हैं तो इस इलाज के भी खर्चों को ओपीडी कवरेज में कवर किया जाता है। अगर आपके हेल्थ इंश्योरेंस में ओपीडी कवरेज नहीं होता है तो आपको ओपीडी के खर्चों को खुद ही भुगतान करना होगा।दरअसल, आउटपेशेंट विभाग में छोटी बीमारियों का इलाज किया जाता है। इसमें मरीज को अस्पताल में एडमिट होने की जरूरत नहीं होती है। इसके अलावा अगर किसी बीमारी के लिए आपको नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाते हैं या कोई दवाइयां लेते हैं तो यह भी ओपीडी में शामिल होता है।