रविवार, 5 मई को राजनाथ सिंह ने को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि भारत को PoK के लिए कुछ करने की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि वहां के लोग ख़ुद ही भारत का हिस्सा बनना चाहेंगे. रक्षा मंत्री ने पुख़्तगी से कहा कि PoK हमारा था, है और हमारा ही रहेगा.“मुझे लगता है कि भारत को कुछ नहीं करना पड़ेगा. जिस तरह से जम्मू-कश्मीर में ज़मीनी हालात बदले हैं, जिस तरह से क्षेत्र में आर्थिक प्रगति हो रही है और जिस तरह से वहां शांति लौटी है, मुझे लगता है कि PoK के लोगों की तरफ़ से मांग उठेगी कि उन्हें भारत में विलय कर लेना चाहिए. मंत्री ने ये भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में ज़मीनी स्थिति काफ़ी सुधरी है और एक समय आएगा, जब वहां सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA) की ज़रूरत ही नहीं होगी.राजनाथ सिंह के इस बयान पर फ़ारूक़ अब्दुल्ला से टिप्पणी करने को कहा गया, तो वो बोल पड़े,“अगर रक्षा मंत्री कह रहे हैं, तो बिल्कुल. हम रोकने वाले कौन होते हैं? लेकिन याद रखें, उन्होंने (पाकिस्तान) भी चूड़ियां नहीं पहनी हैं. उसके पास भी परमाणु बम हैं, और दुर्भाग्य से वो परमाणु बम हम पर गिरेगासीनियर अब्दुल्ला की टिप्पणी से हंगामा मच गया है. भाजपा और सहयोगियों ने कहा कि फ़ारूक़ पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं. पार्टी के राज्यसभा सांसद और भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने तो यहां तक कह दिया कि INDIA ब्लॉक के नेताओं पर ‘पाकिस्तान की छाप’ है. NDA गठबंधन में शामिल सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (RLD) ने भी फ़ारूक़ अब्दुल्ला की टिप्पणियों की निंदा की है.हालांकि, ‘चूड़ियां नहीं पहन रखीं’ वाले बयान की किसी ने निंदा नहीं की.