भारत की टेक कंपनी इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति के 5 महीने के पोते एकाग्र रोहन मूर्ति को अपने 15 लाख शेयर्स पर ₹4.2 करोड़ का डिविडेंड मिला है। नारायण मूर्ति ने पिछले महीने अपने पोते को ये शेयर्स गिफ्ट किए थे। इनकी वैल्यू करीब 210 करोड़ है।इंफोसिस ने 18 अप्रैल को वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए थे। कंपनी ने इस तिमाही के लिए शेयरहोल्डर्स को 28 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड देने का ऐलान किया है। इसमें 20 रुपए का फाइनल डिविडेंड और 8 रुपए का वन-टाइम डिविडेंड है।इंफोसिस का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर करीब 30% बढ़कर ₹7,969 करोड़ रहा। पिछले साल इसी तिमाही (Q4FY23) में कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹6,128 करोड़ रहा था। वहीं Q3FY24 यानी तीसरी तिमाही में इंफोसिस का नेट प्रॉफिट ₹11,058 करोड़ रहा था।इंफोसिस के चौथी तिमाही के नतीजे घोषित होने के बाद ऑज उसके शेयर में करीब 1% की गिरावट है। ये 1400 रुपए के करीब कारोबार कर रहा है। हालांकि, जेफरीज ने 14% अपसाइड और 1,630 रुपए के टारगेट प्राइस के साथ BUY रेटिंग बरकरार रखी है।कुछ कंपनियां अपने शेयरधारकों को समय-समय पर अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा देती रहती हैं। मुनाफे का यह हिस्सा वे शेयरधारकों को डिविडेंड के रूप में देती हैं। इन कंपनियों के शेयर खरीदते हैं तो इसमें 2 तरह से फायदा होता है। एक तो फायदा यह होगा कि कंपनी होने वाले मुनाफे का कुछ हिस्सा आपको देगी। वहीं दूसरी ओर शेयर में तेजी आने से भी आपको मुनाफा होगा।10 नवंबर 2023 को नारायण मूर्ति के बेटे रोहन मूर्ति और बहू अपर्णा कृष्णन माता-पिता बने थे। नारायण मूर्ति ने उनके बेटे का नाम एकाग्र रखा। नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति की दो नातिन भी हैं, जिनका नाम कृष्णा सुनक और अनुष्का सुनक है। दोनों बच्चियां उनकी बेटी अक्षता मूर्ति और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की बेटियां हैं।नारायण मूर्ति ने इंफोसिस की स्थापना 1981 में की थी। तब से लेकर 2002 तक कंपनी के CEO रहे थे। इसके बाद 2002 से 2006 तक बोर्ड के चेयरमैन रहे।अगस्त 2011 में चेयरमैन एमेरिटस की उपाधि के साथ मूर्ति कंपनी से रिटायर हो गए थे। हालांकि, एक बार फिर कंपनी में उनकी एंट्री 2013 में एग्जीक्यूटिव चेयरमैन के तौर पर हुई। इस दौरान उनके बेटे रोहन मूर्ति उनके एग्जिक्यूटिव असिस्टेंट के तौर पर काम कर रहे थे।इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति ने अपने 4 महीने के पोते एकाग्र रोहन मूर्ति को ₹240 करोड़ मूल्य के शेयर्स गिफ्ट किए हैं। मूर्ति ने पोते को कंपनी में 15 लाख शेयर्स दिए हैं, जो 0.04% हिस्सेदारी के बराबर है।