IT कंपनी इंफोसिस ने आज यानी 18 अप्रैल को Q4FY24 यानी फाइनेंशियल ईयर 2024 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। जनवरी-मार्च तिमाही में इंफोसिस का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर करीब 30% बढ़कर ₹7,969 करोड़ रहा।पिछले साल इसी तिमाही (Q4FY23) में कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹6,128 करोड़ रहा था। वहीं Q3FY24 यानी तीसरी तिमाही में इंफोसिस का नेट प्रॉफिट ₹11,058 करोड़ रहा था।नतीजे जारी करने के साथ ही इंफोसिस ने प्रति इक्विटी शेयर 20 रुपए का फाइनल डिविडेंड और 8 रुपए प्रति शेयर का वन-टाइम डिविडेंड, यानी टोटल 28 रुपए डिविडेंड देने का भी ऐलान किया है। इंफोसिस का चौथी तिमाही में ऑपरेशन से रेवेन्यू 1% बढ़कर ₹37,923 करोड़ रहा, जो पिछले साल इसी तिमाही में ₹37,441 करोड़ रहा था।फाइनेंशियल ईयर 2024 के लिए IT सर्विसेज की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के एम्प्लॉइज की हायरिंग की संख्या में 25,994 की गिरावट आई है। 2001 के बाद से कम से कम 23 साल में पहली बार ऐसा हुआ है। FY24 के लिए टोटल एम्प्लॉइज की संख्या 3,17,240 थी, यह पिछले साल की संख्या से 7.5% कम है।तिमाही आधार पर भी इंफोसिस ने 5,423 कम एम्प्लॉइज जोड़े, जो लगातार पांचवीं तिमाही में गिरावट है। पिछले 12 महीने के आधार पर चौथी तिमाही में एट्रिशन रेट यानी नौकरी छोड़ने की दर पिछली तिमाही के 12.9% से घटकर 12.6% हो गई।यह ऐसे समय में हुआ है, जब इंफोसिस कम से कम पिछली चार तिमाहियों से कैंपस हायरिंग नहीं कर रही है। क्योंकि कंपनी यूटिलाइजेशन रेट्स की निगरानी करना और फ्लेक्सी हायरिंग मॉडल का पालन करना चाहती है।रिजल्ट आने के पहले आज इंफोसिस का शेयर 1.06% की तेजी के साथ 1,429.50 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। इसके साथ ही इंफोसिस का मार्केट कैप 5.88 लाख करोड़ रुपए हो गया है।