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एअर इंडिया पर DGCA ने ₹1.1 करोड़ का जुर्माना लगाया:सेफ्टी नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई

भारत के एविएशन रेगुलेटर DGCA ने सेफ्टी से जुड़े नियमों के उल्लंघन को लेकर एअर इंडिया पर ₹1.1 करोड़ का जुर्माना लगाया है। एअर इंडिया ने बोइंग B777 एयरक्राफ्ट की कुछ फ्लाइट्स में ऑक्सीजन से जुड़े तय जरूरी नियमों और सुरक्षा मैनुअल का पालन नहीं किया था।एअर इंडिया ने DGCA के जारी आदेश पर असहमति जताई हैं। एअर इंडिया ने बताया कि उसने बाहरी एक्सपर्ट के साथ मिलकर जांच की और निष्कर्ष निकाला कि सेफ्टी से कोई समझौता नहीं किया गया है। हम अपील समेत उपलब्ध सभी विकल्पों की समीक्षा करेंगे।कंपनी के ही एक एम्प्लॉई ने इसे लेकर DGCA को शिकायत की थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। पिछले हफ्ते भी DGCA ने कम विजिबिलिटी की स्थिति में फ्लाइट ऑपरेशन के लिए पायलटों की रोस्टरिंग में चूक के लिए एअर इंडिया पर ₹30 लाख का जुर्माना लगाया था।DGCA को अक्टूबर में एयरलाइन के एक कर्मचारी की शिकायत मिली थी। इसमें बताया गया था कि एअर इंडिया मुंबई/बेंगलुरु-सैन फ्रांसिस्को के बीच बोइंग B777 विमान के जरिए जो फ्लाइट ऑपरेट करती है, उसमें सेफ्टी के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। शिकायत में यह भी बताया गया था कि नवंबर 2022 के बाद से ऐसा हो रहा है।शिकायत के आधार पर एविएशन रेगुलेटर ने एअर इंडिया के विमानों की ’12 मिनट कैमिकल पैसेंजर ऑक्सीजन सिस्टम’ की जांच की। ऑक्सीजन सिस्टम विमान में लगभग 12-15 मिनट तक ऑक्सीजन का उत्पादन कर सकते हैं। इमरजेंसी आने पर इतने समय में पायलट विमान को कम ऊंचाई पर ला सकते हैं, जहां एक्स्ट्रा ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होती।फ्लाइट में हर एक पैसेंजर के लिए सीट से ऊपर ऑक्सीजन मास्क होते हैं। इमरजेंसी की स्थिति में इस्तेमाल के लिए ये नीचे आ जाते हैं।जांच में नियमों का उल्लंघन पाए जाने के बाद DGCA ने एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। रेगुलेटर ने कारण बताओ नोटिस के जवाब की जांच करने के बाद एअर इंडिया पर ₹1.10 करोड़ का जुर्माना लगाने का फैसला लिया।पिछले हफ्ते भी DGCA ने कम विजिबिलिटी की स्थिति में फ्लाइट ऑपरेशन के लिए पायलटों की रोस्टरिंग में चूक के लिए एअर इंडिया पर ₹30 लाख का जुर्माना लगाया था।दो महीने पहले DGCA एअर इंडिया पर 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। एयरलाइंस पर यह जुर्माना यात्रियों को जरूरी सुविधाएं देने लिए तय स्टैंडर्ड का पालन नहीं करने के कारण लगाया था। DGCA ने कहा था, ‘हमने मई और सितंबर में दिल्ली, कोच्चि और बेंगलुरु एयरपोर्ट पर एअर इंडिया की यूनिट का इन्स्पेक्शन किया, जिसमें पाया कि एयरलाइन सिविल एविएशन प्रोविजन्स का ठीक से पालन नहीं कर रही है।’

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