राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी के चुनावी घोषणापत्र में कोई दम नहीं है और इससे जनता को बहुत ही निराशा हुई है.भाजपा के घोषणापत्र के बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने मीडिया से कहा, ‘नयापन तो है नहीं. मेरे हिसाब से तो उन्होंने होमवर्क भी नहीं किया. क्योंकि जो योजनाएं हमारी पहले से ही लागू हैं, या हमने लागू करने की गारंटी दी है, उसी को घुमा फिराकर लिखा गया है. घोषणापत्र में कोई दम नहीं है और इससे जनता को बहुत निराशा हुई है.’आपको बताते चलें कि भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र (संकल्प पत्र) गुरुवार को जारी किया था, जिसमें युवाओं को पांच साल में 2.50 लाख सरकारी नौकरी देने और गरीब परिवारों की महिलाओं को 450 रुपये में एलपीजी सिलेंडर देने का वादा किया गया है.गैस सिलेंडर की घोषणा पर गहलोत ने कहा, ‘हमारे दबाव में केंद्र सरकार ने पहले सिलेंडर पर 200 रुपये कम किए. अब ये 450 की बात कर रहे हैं. साढ़े चार सौ की बात मध्य प्रदेश में भी की गई है. भाजपा का मकसद तो केवल उज्ज्वला वालों तक सीमित है, हम उससे आगे बढ़ गए हैं. हमने नई गारंटी में कहा है कि उज्ज्वला योजना और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के अधीन आने वाले परिवारों को मिलाकर 1.05 करोड़ परिवारों को 500 रुपये में सिलेंडर देंगे.’गहलोत ने कहा, ‘ये तो अभी पीछे-पीछे चल रहे हैं इनका होमवर्क ठीक नहीं है. इनके घोषणापत्र के किसी भी बिंदु में दम नहीं है. हमारा घोषणापत्र भी भारी पड़ेगा, हम खुद भी भारी पड़ रहे हैं. इनके पास आरोप लगाने के लिए कुछ नहीं हैं.’ राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 25 नवंबर को होना है, जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी.